कुशीनगर/थाना विशुनपुरा मरने के बाद भी नही मिला इंसाफ, आखिर कब होगा न्याय ? जीते जी तो इंसाफ के लिए दर दर भटकता रहा बिट्टु, अब उसकी हत्या हो जाने पर भी चुप है प्रशासन

मरने के बाद भी नही मिला इंसाफ, आखिर कब होगा न्याय ?

जीते जी तो इंसाफ के लिए दर दर भटकता रहा युवक, अब उसकी हत्या हो जाने पर भी चुप है प्रशासन

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कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा थानाक्षेत्र अंतर्गत दुदही के कस्बा गोला बाजार से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहाँ बड़े भाइयो ने प्रापर्टी के खातिर अपने ही छोटे भाई बिट्टु उम्र 21 वर्ष को मौत के घाट उतार दिए। मिली जानकारी के अनुसार दुदही नगर पंचायत निवासी स्वर्गीय राम रक्षा रौनियार के तीन पुत्र है सबसे बड़ा राजेश उम्र 45 वर्ष  दूसरा राकेश उम्र 32 वर्ष सबसे छोटा बिट्टु उम्र 21 वर्ष है। इनके मां बाप की मृत्यु कई सालों पहले हो गई है। माँ बाप के मृत्यु के बाद से ही राजेश व राकेश  और इनकी पत्नियों ने ताना बाना मरते रहते थे और कई कई दिनों तक बिट्टु का खाना बंद कर देते थे बिट्टु जब भी घर आता तो भाई और भौजाई घर अंदर से बंद कर देते थे रात रात भर बिट्टु घर के बाहर ही सोता था। इसी को लेकर लगभग दो महीनों  से आपसी बटवारे को लेकर विवाद चल रहा था बड़े भाई राजेश व राकेश बिट्टु को हिस्सा न देने के पक्ष में थे जिसको लेकर दर्जनों बार इन लोगो मे मार पीट भी हुई है जिसका पूरा डाटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध है और उस घटना की कइयो वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहे है। आरोप है कि दिनांक 14 मार्च 2022 को राजेश व राकेश व इनकी पत्नियों ने बड़े प्यार से बिट्टु को घर बुलाये और खाना खिला कर शराब में जहर मिला कर पिला दिए उसके बाद राजेश व राकेश बिट्टु को बाइक से लेकर नजदीकी सीताराम स्कूल के सामने उतार दिए और वहां भी जबरन शराब पिलाये जिसको कई लोगो ने देखा कुछ देर बाद बिट्टु छटपटाने लगा और मुंह से गांज फेकने लगा तो राजेश व राकेश फरार हो गए छटपटाते हुए वो कस्बा के तरफ भागा सड़क पर आते आते खून की उल्टी करते हुए बेहोश कर गिर गया वही के एक युवक 108 पर फोन कर एम्बुलेंस की सहायता से दुदही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुदही ले गए लोगो ने इसका विरोध किया तो दोनों भाई दुदही सीएचसी पहुंचे वहाँ बिट्टु की गम्भीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिए आरोपी भाईयो ने तत्काल सरकारी एम्बुलेंस से न ले जा कर प्राइवेट गाड़ी से दुदही सीएचसी से इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए परंतु ये दोनों आरोपी जिला अस्पताल नही ले गए और अनजान जगह ले गए कुछ देर बाद दोनों ने घर फोन से बताए कि बिट्टु का देहांत हो गया है ये बात पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गई देखते ही देखते हजारो लोग जमा हो गए इसकी सूचना किसी आरोपी भाइयो को दे दी। तो आरोपी भाइयो ने बिट्टु के शव को कहीं छुपा कर बिना बिट्टु का शव लिए घर आये और बताने लगे कि हम लोग बनारस में बिट्टु का अंतिम संस्कार कर दिए है। ये बात किसी को भी हजम नही हुई पुनः कस्बा के हजारो लोग जमा हो गए जिसके बाद थाने पर इसकी सूचना दी गई तो स्थानीय पुलिस दोनों आरोपी भाइयो को गिरफ्तार कर थाने ले गयी इस मामले को लेकर जैकारचन्द रौनियार और नवीन अंसारी ने लिखित तहरीर दे कर कार्यवाही की मांग की और कुछ दिन पहले भाइयो और भौजाइयों के द्वारा मारने पीटने और बिट्टु का स्टेटमेंट पुलिस को दिया गया परंतु अगले दिन 15 मार्च 2022 को शाम करीब सात बजे पुलिस कर्मियों ने दोनों अभियुक्तों को थाने से मुचलका पर छोड़ दिया गया। आरोपी भाइ घर आने के बाद शिकायत करने वालो पर मानसिक दबाव व जान से मारने की धमकी दे कर शिकायत वापस लेने की बात कहने लगे जिससे कस्बा के लोगो में काफी आक्रोश ब्याप्त है।

इसके पहले भी दर्जनों बार पुलिस से इंसाफ की मांग कर चुका है मृतक बिट्टु।

शोसल मीडिया पर वायरल हो रहे मृतक बिट्टु का वीडियो में स्पष्ट खून से लहूलुहान हो दिखाई दे रहा है और स्थानीय विशुनपुरा पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप भी लगा रहा है।

क्या मरने के बाद भी नही मिलेगा बिट्टु को इंसाफ
हिस्सा बटवारे को लेकर दर्जनों बार लहूलुहान हुए बिट्टु ने दर्जनों बार अपना मेडिकल परीक्षण करवाकर स्थानीय विशुनपुरा पुलिस से इंसाफ मांगता रहा परंतु इंसाफ नही मिला इसका नतीजा है कि उसकी मृत्यु हो गयी।

कार्यवाही तो छोड़िए साहब, अब तक एआईआर दर्ज नही हुआ।
उक्त मामले को लेकर दिनांक 15 मार्च 2022 को कस्बा के सैकड़ो लोग एकतत्र हो कर स्थानीय पुलिस को सूचना दिए और कुछ लोग लिखित तहरीर दिए तो कुछ ने ऑनलाइन आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई परंतु घटना के दो दिन बाद भी एफ.आई.आर दर्ज नही हो सका। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मामले में एक बड़ी रकम के बदौलत मामले को दबाने की साजिस चल रही है। क्या सच और क्या झूठ है ये उच्च स्तरीय जाँच के बाद ही पता चलेगा। अब हजारो लोगो की उम्मीद जाँच कर्ता पुलिस कर्मियों पर टिकी हुई है अब देखना यह है कि ''जीत सच की होती है'' या झूठ की'' फिलहाल समाचार लिखे जाने तक उक्त सम्बन्ध में कोई भी अभियोग पंजीकृत नही हुआ था।
                ब्यूरो रिपोर्ट कुशीनगर

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